तुम्हारा दिल चाहे किसी भी चौराहे पर क्यों ना खड़ा हो, याद रखना हम भी वहीं कहीं तुम्हा तुम्हारा दिल चाहे किसी भी चौराहे पर क्यों ना खड़ा हो, याद रखना हम भी वहीं क...
बातों से ही बात बनेगी.. और बात निकलेगी..तो .. दूर तलक़ जाएगी। बातों से ही बात बनेगी.. और बात निकलेगी..तो .. दूर तलक़ जाएगी।
हर रोज कुछ न कुछ दर्द दे ही जाते हो। हर रोज कुछ न कुछ दर्द दे ही जाते हो।
तुम आज भी दूर होकर भी, मेरे दिल से दूर जा ना सके। तुम आज भी दूर होकर भी, मेरे दिल से दूर जा ना सके।
वो माफ तो कर देगी ना ? हां, शायद कर देगी या क्या पता नहीं भी वो माफ तो कर देगी ना ? हां, शायद कर देगी या क्या पता नहीं भी
न वो आये, न उनका खत, न किसी पैगाम का अंदेशा... न वो आये, न उनका खत, न किसी पैगाम का अंदेशा...